
बीटीसी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले बीटीसी छात्र छात्राओं ने पेपर लीक होने के मामले को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे छात्र छात्राओं का आरोप है की पेपर लीक होने का मामला साजिस के तहत हुआ है। जिससे बीटीसी छात्र छात्राये शिछक भर्ती से बाहर हो जाये ,इसी मांग को लेकर जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा । क्या है मामला बीटीसी 2015 व् 2014 बैच का परीछा 8 से 10 अक्टूबर के बीच होना था परीक्षा प्रश्न पत्र लीक हो जाने के कारण रदद् कर दिया गया छात्र छात्राओं का आरोप है कि उक्त बैच के छात्र छात्राये शिछक भर्ती से बाहर हो जाये जिसके तहत यह साजिस किया गया है। क्या है मांग पेपर लीक की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए , बीटीसी चतुर्थ समेस्टर की परीछा 15 से 20 अकटुबर के बीच कराया जाय. शिक्षक पात्रता परीक्षा की तारीख एक माह आगे बढ़ाया जाय। बरेली के छात्रों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
बीटीसी- 2015 चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा निरस्त होने से परीक्षार्थियों में जबरदस्त नाराजगी है। इसको लेकर परिक्षार्थियों ने परिक्षा केन्द्र के बाहर प्रदर्शन किया और टीईटी परीक्षा की डेट एक माह बढ़ाने की किया मांग की। प्रदर्शन करने वालों क आरोप था कि एक छात्र की गलती का परिणाम 72 हजार छात्र क्यों भुगते। रद्द हुई परीक्षा की तिथि जल्द नहीं घोषित करने और टीईटी परीक्षा की तिथि एक माह नहीं बढ़ाने से 97 हजार की भर्ती में शामिल नही पाएंगे यह छात्र।
प्रदेश भर में सड़कों पर उतरे छात्र
यूपी के गाजीपुर जिले में बीटीसी परिक्षा रद्द किये जाने से नाराज छात्र-छात्राओं ने सड़क जाम कर दिया। बड़ी तादाद में जुटे छात्र-छात्राओं ने परिक्षा रद्द किये जाने का विरोध किया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर एसडीएम प्रदर्शन करने वालों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कौशाम्बी में सोमवार को परीक्षा शुरू होने से एक दिन पहले सभी विषयों का पेपर लीक होने के बाद सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने प्रदेशभर की परीक्षा निरस्त करने का निर्णय लिया है। इसी के साथ 72 हजार से अधिक बीटीसी प्रशिक्षुओं का भविष्य अधर में पड़ गया है। चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा टलने के कारण सभी प्रशिक्षु दिसंबर में प्रस्तावित 95 हजार से अधिक सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा से बाहर हो जाएंगे।
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