
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के एक डॉक्टर ने ‘आयुष्मान भारत’ कार्ड होने के बावजूद उसके परिजन का इलाज करने से इंकार कर दिया, और उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास जाने के लिए कहा। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के मीडिया प्रभारी संतोष कुमार ने कहा, “हम ‘आयुष्मान भारत’ को लागू करने वाले शुरुआती अस्पतालों में से हैं। डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी”
#Lucknow: Man alleges that a doctor at King George's Medical University refused to treat his relative in spite of having a 'Ayushmaan Bharat' card & told him to go to PM Modi. (22.10.18) pic.twitter.com/n0che9PzyS
— ANI UP (@ANINewsUP) October 24, 2018
मना कर दिया और कहा कि जाओ मोदी से पैसे लकेर आओ. तब मुफ्त में इलाज होगा. मरीज के आरोपों पर अस्पताल प्रशासन ने भी अपना बयान दिया है. केजीएमयू के मीडिया इंचार्ज संतोष कुमार ने कहा है कि आयुष्मान भारत योजना को लागू करने वालों में हम सबसे पहले थे. अगर डॉक्टर ने ऐसा किया है तो हम कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे.
मिली जानकारी के मुताबिक, शाहजहांपुर के कमलेश पोल पर काम करते वक्त बिजली से झुलस गए थे. इसके बाद परिवार वालों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ तो केजीएमयू रेफर कर दिया गया.
केजीएमयू पहुंचने के बाद जब उन्होंने डॉक्टरों से आयुष्मान भारत कार्ड होने और मुफ्त इलाज की बात कही तो डॉक्टर भड़क गए. मरीज के आरोप के मुताबिक, उनलोगों ने कहा कि यहां मुफ्त इलाज नहीं होता. जाओ पहले मोदी से पैसा लेकर आओ. तब इलाज करेंगे. अस्पताल के इस रवैया के बाद पैसे देकर मरीज को इलाज के लिए भर्ती कराया गया.
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