
अवकाश पर जाने से पहले देहरादून के सचिवालय में कर्मचारियों की वित्त मंत्री प्रकाश पंत के साथ बैठक हुई। लेकिन यह बैठक बेनतीजा रही। कर्मचारी सरकार के आश्वासन से नहीं माने और अवकाश पर जाने का फैसला किया।
नवजीवन के मुताबिक उत्तराखंड के सरकारी कर्मचारियों ने बीजेपी सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। कई मांगों को लेकर राज्य के कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। वक्त पर प्रमोशन और भत्ता समेत 10 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी अवकाश पर गए हैं। अवकाश पर जाने वाले कर्मचारियों की तादाद करीब 3 लाख है। कर्मचारी संगठन का कहना है, “हम 4 फरवरी को एक रैली करेंगे। अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानेगी तो प्रदेश बंद का ऐलान करेंगे।”
अवकाश पर जाने से पहले देहरादून के सचिवालय में कर्मचारियों की वित्त मंत्री प्रकाश पंत के साथ बैठक हुई। लेकिन यह बैठक बेनतीजा रही। कर्मचारी सरकार के आश्वासन से नहीं माने और अवकाश पर जाने का फैसला किया। कर्मचारियों के सख्त रुख के बीच सरकार ने भी कड़ा रुख अख्तियार किया है। सरकार ने गुरुवार को ‘नो वर्क, नो पे’ का ऐलान किया है, यानी जो कर्मचारी छुट्टी करेगा वेतन में से उसके पैसे कटेंगे।
कर्मचारियों द्वारा हड़ताल की घोषण के बाद देहरादून सचिवाल में प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए हैं। सचिवालय के गेट पर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा दूसरे सरकारी दफ्तरों में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि जो कर्मचारी काम पर आना चाहें उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जा सके। उधर, अवकाश पर गए कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं तो वे अंदोनल करेंगे। ऐसे में सरकार ने कोई रास्ता नहीं निकाला तो आने वाले दिनों में मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
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