
देश के जाने-माने औद्योगिक घरानों में शामिल अनिल अंबानी कंपनी दिवालिया होने की कगार पर है। अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कंम्युनिकेंशंस लिमिटेड (आरकॉम) ने दीवालिया घोषित करने की अर्जी दाखिल की है। शुक्रवार को जारी एक बयान में रिलायंस कम्युनिकेशन लिमिटेड ने कहा कि कंपनी ने NCLT (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) के प्रावधानों के तहत डेब्ट रिजॉलूशन प्लान पर काम करने का निर्णय लिया है। कंपनी ने कहा है कि कानूनी चुनौतियों की वजह से आरकॉम को कर्ज के चुकाने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। साथ ही उधार देने वालों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है।
कर्ज के बोझ तले दबी कंपनी ने अपने बयान में कहा, “आरकॉम के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने आज (शुक्रवार) कंपनी की कर्ज निपटान योजना की समीक्षा की। बोर्ड ने पाया कि 18 महीने गुजर जाने के बाद भी संपत्तियों को बचेने की योजनाओं से कर्जदाताओं को अभी तक कुछ भी हासिल नहीं हो पाया है।” बोर्ड ने तय किया है कि कंपनी एनसीएलटी मुंबई के जरिए तेजी से समाधान का विकल्प चुनेगी।
Reliance Communications to approach bankruptcy court for debt resolution @IndianExpress pic.twitter.com/EEhDR2VJz4
— Khushboo Narayan (@khushboo_n) February 1, 2019
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का मत है कि यह कदम सभी संबंधित पक्षों के हित में होगा। एनसीएलटी के तहत सभी कर्जों का पारदर्शी और समयबद्ध ढंग से 270 दिनों के अंदर निपटारा हो सकेगा। एनसीएलटी के पास जाने के फैसले के पीछे का तर्क बताते हुए कंपनी ने कहा है कि आरकॉम को उधार देने वालीं संस्थाओं के बीच में काफी मतभेद हैं। पिछले 12 महीनों के दौरान सहमति बनाने के लिए 45 बैठकें हुईं। इसके अलावा हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और दूरसंचार विवाद एवं अपील अधिकरण (TDSAT) के पास कंपनी के खिलाफ कई मामले लंबित हैं।
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