
तरविंदर सिंह ने दावा किया है कि उन्होंने अपने घर की छत से दोनों देशों के वायुसेना के इस टकराव को देखा है। सिंह ने बताया कि फाइटर जेट्स की उड़ान की आवाज सुनकर वह छत की ओर भागे।
जनसत्ता ऑनलाइन के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बुधवार को उस वक्त चरम पर पहुंच गया, जब दोनों देशों की वायुसेना की हवाई भिड़ंत हुई। भारतीय सीमा में घुस आए पाकिस्तानी विमानों को भले ही हमारे फाइटर जेट्स ने खदेड़ दिया हो, लेकिन दुर्भाग्य से एक भारतीय पायलट पाकिस्तान की गिरफ्त में आ गया। भारत ने पाकिस्तान के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया। खबरों के मुताबिक, यह एक एफ 16 विमान था, जो भारतीय फाइटर जेट से निशाना बनने के बाद पाकिस्तान के अंदर गिरा। उधर, आसमान में हुए इस टकराव का आंखों देखा हाल एक प्रत्यक्षदर्शी ने साझा किया है।
अंग्रेजी अखबार द टेलिग्राफ ने तरविंदर सिंह से बातचीत की, जो सीमा से सटे गांव लाम में रहते हैं। उन्होंने दावा किया है कि उन्होंने अपने घर की छत से दोनों देशों के वायुसेना के इस टकराव को देखा है। सिंह ने बताया कि फाइटर जेट्स की उड़ान की आवाज सुनकर वह छत की ओर भागे। शुरुआत में उन्होंने समझा कि ‘ये हमारे ही प्लेन’ हैं। 50 वर्षीय सिंह स्थानीय पंचायत के सदस्य हैं। उनके मुताबिक, उन्हें यह समझने में कुछ ही देर लगी कि जिन जेट्स को उन्होंने देखा, वे पाकिस्तानी लड़ाकू विमान हैं। इससे कुछ मिनट बाद एक प्लेन गांव से कुछ किलोमीटर दूर नीचे की ओर जाते नजर आया। बता दें कि तरविंदर का गांव नौशरा सेक्टर में है जो सीमा से महज 2 किमी दूर स्थित है। उन्होंने बताया, ‘जब प्लेन आए तो मुझे लगा कि वे हमारे ही हैं। दो एक तरफ से आए और दो दूसरी तरफ से और किसी और तरफ से दो और विमान आए। उसके बाद उन्होंने नजदीक में ही बम गिराया।’
तरविंदर के मुताबिक, जब इसके तुरंत बाद ही भारतीय फाइटर जेट पहुंचे तो उन्हें एहसास हुआ कि ये पाकिस्तानी विमान हैं। भारतीय फाइटर जेट्स ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। तरविंदर के मुताबिक, ‘यह सब कुछ महज कुछ मिनट तक चला। मैंने जानगढ़ की तरफ एक प्लेन में आग लगते देखा, जो यहां से 5 किमी दूर है। वो प्लेन वहां क्रैश हो गया।’ तरविंदर ने कहा कि सीमा के नजदीक एक पाकिस्तानी प्लेन को निशाना बनाया गया। हालांकि, वह यह नहीं समझ पाए कि यह एलओसी के भारतीय तरफ गिरा या पाकिस्तान की ओर। तरविंदर ने कहा, ‘हमने एक कार ली और मौके पर जाने की कोशिश की, लेकिन आर्मी ने हमें वापस भेज दिया।’
वहीं, लाम के नजदीक पुखरनी गांव के सरपंज शौकत महमूद ने बताया कि उन्होंने कुछ दूरी से देखा कि आसमान से कुछ गिर रहा है। हालांकि, वह यह नहीं समझ पाए कि वो पाकिस्तानी विमान है या भारतीय। राजौरी जिले के अधिकारियों ने बताया कि जिले में किसी प्लेन का मलबा नहीं मिला है। शौकत ने बताया कि गांव के लोग बेहद डरे हुए थे। वहीं, अधिकारियों ने जम्मू में सीमा से सटे 5 किमी के अंदर स्थित सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए हैं और परीक्षाओं को टाल दिया गया है।
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