
उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर में शिलापट्ट पर नाम लिखवाने को लेकर भाजपा विधायक और सांसद के बीच जमकर मारपीट हुई। इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
जनसत्ता के मुताबिक आगामी लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर में भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी और विधायक राकेश बघेल के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि सांसद और विधायक सहित कई लोग किसी बैठक में शामिल हैं। इस दौरान किसी बात को लेकर सांसद और विधायक में बहस होती है। अचानक सांसद खड़े होते हैं और विधायक पर हाथ छोड़ देते हैं। अपना जूता निकाल पिटाई करने लगते हैं। दोनों के बीच जमकर मारपीट होती है। भगदड़ का माहौल बन जाता है। वहां मौजूद दोनों के समर्थक व पुलिस पदाधिकारी बीच-बचाव कर उन्हें अलग करवाते हैं। विधायक और सांसद के बीच लड़ाई की वजह ‘शिलापट्ट पर नाम’ बताया जा रहा है।
#WATCH Sant Kabir Nagar: BJP MP Sharad Tripathi and BJP MLA Rakesh Singh exchange blows after an argument broke out over placement of names on a foundation stone of a project pic.twitter.com/gP5RM8DgId
— ANI UP (@ANINewsUP) March 6, 2019
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस वक्त मारपीट की घटना हुई, उस समय संतकबीरनगर जिले के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल भी वहां मौजूद थे। प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में जिला योजना समिति की बैठक चल रही थी। घटना के बाद डीएम रवीश गुप्त और वहां मौजूद पुलिस अधिकारी सांसद को कलेक्ट्रेट ले गए। वहीं, दोनों के समर्थकों ने नारेबाजी भी शुरू कर दी। अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया है लेकिन स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। मारपीट के बाद बैठक को स्थगित कर दिया गया।
ये है घटना की मूल वजह: विधायक राकेश बघेल ने एक सड़क का उद्घाटन किया था। उद्घाटन के मौके पर एक शिलापट्ट लगाया गया था, जिसमें सांसद का नाम नहीं था। इस वजह से ही सांसद गुस्सा थे। निगरानी समिति की बैठक के दौरान दोनों का आमना-सामना हुआ और तीखी बहस के बाद जमकर मारपीट हुई। दोनों ने एक दूसरे के लिए अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया। घटना का वीडियो वायरल होने पर सोशल मीडिया पर इसकी तीखी आलोचना हो रही है।
सोशल मीडिया यूजर्स ने सांसद और विधायक को गुंडा तक करार दे दिया। एक यूजर ने लिखा कि नरेंद्र मोदी के नाम पर ये गुंडे चुने गए। मोदी जी, आप हीरो हो, कोई शक नहीं। लेकिन इन गुंडों को आप सुधारो।” वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, “इसलिए तो कहते हैं, नामुमकिन अब मुमकिन है।”
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